नमन है उन सभी वीर पुत्रो को जिन्हों ने अपनी भारत माता को गोरो से आज़ाद करने के लिए अपने प्राणों को आहूत तक कर दिया। जब मरना ही मुकदर है तो क्यों न लड़ कर मरे। खामोसी से मर जाना तो बुजदिली होगी। इंकलाब जिंदाबाद जय हिंद वंदेमातरम #son_of_india_bhagat_singh