इन्डियन आईडल सीझन 10
सिंगींगके आज तक के जितने भी रीयालिटी शॉ हुए है उन सबमें मेरे लीए ये सबसे बेस्ट शॉ है।
क्योंकि, (1) शॉ के जजीस अपने अपने फनमें कितने माहिर है! येतो तो पुरी दुनिया जानती है (2)शॉ का एन्कर मनिष पॉल। ये समझ लो कि एन्करींग की पुरी पाठशाला है।
(3)शॉ के स्पर्धक, अपनीअपनी स्टाइलमें इतने माहिर, कि एक दुसरे को बीट नहीं कर शकते।
>निलाँजना : सिर्फ 15 सालकी उम्र और गायकि, लताजी की याद दीलाती है। खास बात तो ये है कि मासूमियत के साथ उसके चहेरे पे जो गौरव झलकता है। वो ही दर्शाता है कि इतनी छोटीसी उमरमें आत्म विश्र्वास कितना बडा है।सही में सरस्वती कि रूप है ये लडकी।
>रेणुं नागर: राजस्थानकी सुंदरता और शेरनी जैसी दहाड वोही तो पहेचान हो चुकी है उसकी।जब वो फोकसोंग गाती है तो मानो उस जैसा कोइ नहीं। उसकी बोडी लेंग्वेज से उसका आत्मविश्र्वास झलकता है।
> सलमान अली : सातसूरो से बाहर कुछ ढुंढता है जैसे, ऐसी उसकी हाइरेन्ज है। मुझे ऐसा लगता है किसारेगामापा 2011 के सीझनमें नितीनके साथ देखा है और दोनो अॉडिशनमें एक ही गीत गाया था। बोडी के हिसाब से ऐसा गाता है कि, बाहर जितना दीखता है उससे दो गुना ज्यादा जन के अंदर है।
>सौम्यो चक्रबर्ती: शास्त्रीय गायकीका युवा शहंशाह।तीन तीन पीढीयोँकी महेनत एकमें उभरकर आयी है। गाते वक्तकी मुश्कान ,मानो शब्दोसे खेल रहा हो।उसकी फनमें उसे कोइ बीट नहीं कर शकता।
नितीन की भक्ती के साथ सादगी।
अंकुशका फील करके गाना।
विभोरका खुलकर गाना ।
हरएक एपीसोड को बार बार देख-सुन कर भी दील नहीं भरता है।थेन्क यु zee tv, थेन्क यु इन्डियन आईडल।