विश्वास ही नही होता कि एक स्वतंत्र, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक भारत मे 30 साल पहले मुसलमानो ने हिन्दुओं साथ ये बर्बरता की।उससे भी आश्चर्य की बात यह की,ये जघन्य अपराध करने वालो पर न केस दर्ज हुआ, न कोई पकड़ा गया और नाही किसी को सजा हुई।क्योकि अपराधी मुस्लिम समुदाय था।सरकार आतंकियो के सामने झुक गयी, इस घटना को हिन्दू जेनोसाइड माना ही नही गया। 25 सालो तक संसद से समाज तक कही कोई चरचा ही नही। अब सब कुछ सम्भव हो पा रहा है। यह फिल्म बहुत ही अच्छा प्रयास है।