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sidddharth Bhatt
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ऐसी कविताओं का संकलन जो पढ़ने वाले को सोचने पर मजबूर कर देता है। उदाहरण के लिए एक कविता की यह पंक्तियाँ देखिये- "अब मेरी आदत में ईश्वर था, जैसे मेरी आदत में तंबाकू"
Ishwar Aur Bazar
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3y
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