सबसे पहले विवेक जी आपको सलाम है जो आपने ये दिखाने कि हिम्मत की 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
बहुत दुख और तकलीफ हुआ जानते तो पहले से थे की ऐसा हुआ है
मगर हम भारतीय है अगले दिन सबकुछ भूल जाते इसको भी भूल जायेंगे
माफ़ी चाहेंगे आप से उन सारे कश्मीरी पंडितो से जिनके साथ ऐसा हुआ कि हम साथ या आवाज नहीं बन पाए
और माफ़ी आगे के लिए भी क्युकी अगर भविष्य मे ऐसा कुछ होगा तो फिर से हम कुछ नहीं कर पाएंगे..........
हम भारतीय है हम ऐसे ही है हम गूंगे बहरे और अंधे है मतलब गाँधी के तीन बन्दर
हम आवाज़ उठाने से डरते है हम कुछ शेयर करने से डरते
एक बार फिर से आपको सलाम है हम सोते हुए को जगाने कि कोशिस करने के लिए