भारत नाम इस फिल्म के लिए कतई सही नही बैठता, स्टोरी लाइन बिल्कुल बकवास है , कहानी हर पल कुछ नए करने के चक्कर में पुराने ट्रैक से उतर जाती है,अगर कुछ पुराने सीन से मेल खाता है तो वो है सलमान का बार बार एक ही स्टेशन पर जाना जिसका कहानी के मध्य काल में वजूद खत्म हो जाता है, सिर्फ गुत्थी यानि सुनील ग्रोवर ने कुछ जान डालने की कोशिश की है लेकिन सिर्फ एक व्यक्ति पूरी फिल्म में नही होता इसलिए इस फिल्म के सम्बन्ध में मेरी समीक्षा एक नकारात्मक रेटिंग देती है -3