भीमराव अंबेडकर अछूतो के लिए एक इश्वर का वरदान और एक सचे इंंसान के रूप मे जनम हुआ था।
इनका जनम एक अछूत के परिवार मे हुआ था।
जो कि बचपन से ही अपमान और शोषण का शिकार हुए थे।
इन होने वैसे समाज और धर्म के प्रति आवाज उठाई जो कि इंसानो को उसके कर्मो के आधार पर निच और घृणा की दृषटी से देखते और पेश आते थे।
जिसे छूआ-छूत कहते हैं ।