भाई तुम बड़े चैनल वालों से एक ही सवाल है.. फिल्म आने पर ही तुम लोगों के सारी भावनाएँ क्यु बाहर आती है.. रोज कितने एरिया में बलात्कार होते हैं.. बड़े शहरो में spa के नाम खुले आम धन्धा होता है.. तब कोई कुछ नहीं बोलता.. बाकी slums एरिया की बात तो करे क्या..
रही इस फिल्म की बात एक बात तुम उन लड़कियों को क्यु नहीं बोलते हैं जिन्हें हिन्दू धर्म के मज़ाक बनाने में कोई शर्म नहीं हिन्दू होते हुए.. इस फिल्म जो मुस्लिम lady है वो हिन्दू धर्म के खिलाफ हिन्दू लड़की को भड़का रही है और वो हा हा कर रही है जब उसके माल में कपड़े फट जाते हैं..
पूरी स्टोरी को हर तरह से देखो तो अगर गलत मुस्लिम है तो कम हिन्दू भी नहीं है.. फिर दुबई सीरिया होता है तो तुम लोग आ जाते हैं रोने