मैंने इस किताब को खरीदा... और पढ़ा भी... मैं सच कहूँ अगर तो इतना ही कहूंगा कि सुंदरतम अनुभवो से गुजरना हुआ... सिखने को बहुत मिला... और ऐसा भी महसूस हुआ कि जैसे लेखक ने अपने गहनतम अनुभवो को उपयुक्त शब्दों में ढालने में सफल रहे हैं... इस किताब को मैंने दो पर पढ़ी है...पहली बार तो रिसीव करते ही... और दूसरी बार थोड़ा थोड़ा करके... दोनों ही स्थितियों में अद्वितीय अनुभवो से गुजरना हुआ... बहुत शुक्रिया कहना चाहूंगा लेखक को और उस व्यक्ति को भी जिन्होंने इस किताब की सुचना मुझे दी है...
बहुत आभारी हूँ..
Thanx...
20 out of 10 देना चाहूंगा... बेहद सुन्दर किताब है यह ❤️🩹❤️🩹❤️🩹🙏🙏🙏🙏... शुक्रिया इसे लिखने के लिए 🙏🙏🙏🙏