सूरमा : यह यह बहुत अच्छी हिंदी फिल्म है. एक भारतीय हॉकी प्लेयर के बारे में बायोपिक बहुत ही सचोट तरीके से प्रस्तुत किया गया है. वास्तव में यह फिल्म क्रिकेट की दीवानगी में ही मस्त रहनेवाले खेल प्रेमियों के लिए एक बहुत ही उत्साहवर्धक है जोकि हमारे राष्ट्रीय खेल हॉकी की गरिमा को रेखांकित करती है. गुलज़ार के गीत और शंकर-एहसान-लोय का संगीत बहुत ही जानदार है. सभी कलाकारों का अभिनय बहुत ही साहजिक है. इस फिल्म के निर्माता व दिग्दर्शक यह फिल्म हिंदी सिनेमा में भेंट करने के लिए बहुत धन्यवाद के पात्र हैं.