मुझे लगता है मनोज जी ने गांजा पीके आदिपुरुष बनाई है जिस तरह से इन्होंने फिल्म में माता सीता की गरदन पर चाकू से काटना दिखाया है मुझे बहुत दुख है और मुझे लगता हे ऐसी घटिया हरकत कोई भी हिंदू जब तक की वो सोचने समझने की क्षमता रखता हो नही कर सकता
या तो मनोज जी पागल हो गया या फिर गांजा ज्यादा पीने लगा