सभी भारतीय को यह फिल्म देखना चाहिए की किस तरह आप के पीठ पीछे आप के लोगो के साथ क्या हो रहा है। हम सभी यह सोच के शांत हैं की यह तो हमारे साथ नहीं हो रहा तो हम लफड़े में क्यों पड़े, पर जिनके साथ अभी यह सब हो रहा वो भी कभी यही सोचे होंगे। आज हम उनके लिए आवाज नहीं उठाए तो हमारे लिए भी कोई कैसे खड़ा होगा । सभी को एक साथ मिल कर इस फिल्म का स्वागत करना चाहिए और हम ज्यादा बड़ी बात तो नहीं लेकिन अपने घर से ही सुधार चालू करें, अभी केरल जाके वहां कुछ नहीं कर सकते पर जो वहां कुछ कर सकता उसका तो समर्थन करें ।