एक muntishr shukla ही तो दोषी नहीं इस पूरे प्रकरण में ।फिल्म से जुड़े बाकी लोगों की आँखे और दिमाग बंद था क्या ? एक अकेले ने तो फिल्म बनाई नहीं है ।muntshir की दादी नानी ने तो रामायण ही बदल डाली।लगता है कि पूरी यूनिट की दादी ,नानी एक ही है तभी तो सभी ने same रामायण सुनी है