जिन्होंने ने ये फिल्म बनाई है क्या उनके लिए ये शोभा देता है कि दुनियां में दिखाई जाने वाली ये फिल्म हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचाएगी। मनोज जी इतने सम्माननीय व्यक्ति हैं क्या ऐसे डायलॉग की अपेक्षा है उनसे। भारत के बच्चे ना ही देखे ये फिल्म तो अच्छा है वरना हमारी संस्कृति को भविष्य में शर्मिन्दा होना पड़ेगा