यह एक ऐसी फिल्म है जो की हमें यह सिखाती है की जो हमें पाल पोस कर बड़ा करते हैं और पढ़ा लिखा कर एक कामयाब इन्सान बनाते है। वो सिर्फ माँ बाप ही होते हैं। और जब उनके पास बुढापा आता है तो हमें मुंह नहीं मोड़ना चाहीये। बल्कि उनकी भरपूर सेवा करनी चाहिये। यही प्रेरणा लेकर हमारे बच्चे हमारी सेवा करेंगे हमारा बुढापा आने पर।