इस फ़िल्म का एक गाना है, "दिल कहे रे रुक जा रे रुक जा, यहीं पर कहीं" (गीतकार: साहिर लुधियानवी, आवाज: रफी, संगीत: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल)
इस गाने के बोल बडे मनलुभावाने, संगीत इतनी सटीकता से दिया गया है, जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकते।
और उन सब में जहाँ पर इस गीत की शूटिंग हुई है, वास्तव में प्रकृति का एक भव्य दिव्य दर्शन! अनेक भागों में इसका चित्राकंन हुवा होगा, कीजिसकी कल्पन्स भी नही कर सकते।शायद अधिकतर भाग विदोशों में फिल्माया गया हो।