हमारे देश के इतने ज्ञानी प्रधानमंत्री को कैसे एक अनपद विदेशी महिला ने अपनी उंगली पे नचाया
एक मा का पुत्र प्रेम और उसकी पुत्र को राजपाठ दिलाने की महत्वकांक्षा ने महाभारत के धृतराष्ट्र की याद दिला दी।
आप कितने ही ईमानदार हो आप कितने भी ज्ञानी हो लेकिन जब तक खुद की पहचान नहीं बनाओगे तो लोग तुम्हें एक्सिडेंटल ही कहेंगे।
फिल्म हर राजनेता ने जरूर देखनी चाहिए।