भद्दी सीरीज,
कहानी के अनुसार कहीं भी हिन्दू - मुस्लिम प्रोपोगेंडा दिखाने की जरूरत नहीं थी लेकिन इन्हें अपना एजेंडा चलाना था।
ब्राह्मणों को इतना बुरा दिखाया गया है कि सब चीजों जिम्मेदार वो ही हैं और एक डायलॉग जिसके ऊपर तो लीगल एक्शन लेना चाहिए ," ब्राह्मण की बेटी मंझार पे चु***ती है, यह बहुत ही अभद्र है। क्या डायरेक्टर और किसी जाति विशेष पर यह डायलॉग लिखने की हिम्मत रखता है।
कुल मिलाकर इसमें हमारी संस्कृति को नीचा दिखाने की कोशिश की गई है।