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Deep Arya
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मुझको ऐसा दर्द मिला जिसकी दवा नहीं; फिर भी खुश हूँ मुझे उस से कोई गिला नहीं; और कितने आंसू बहाऊँ उस के लिए; जिसको खुदा ने मेरे नसीब में लिखा ही नहीं। By R kumari
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