मेरा फिल्म देखने का शौक 2010 से बिल्कुल खत्म हो गया था 2010 के बाद यह तीसरी फिल्म है जिसे देखने के बाद खुद के दर्द को रोक नहीं ली, उसके बाद यह फिल्म है। पहली बार किसी ने हिम्मत दिखाई देश की सच्चाई दिखाने की
मैं कश्मीरी हिन्दुओं की और से विवेक अग्निहोत्री जी को प्रणाम करता हूं आपका देश त्रृणी है, ऐसी और भी फिल्म बननी चाहिए देश के लिए 🙏