फिल्मों से वो अपनापन और जो मन पर गहरी छाप छोड़
दे वो आजकल की फिल्मों से गायब हो गया है, गोल्डन ईरा इसीलिए कहा जाता है उस समय को फिल्मों में उस समय के भारत के लोगो की जो स्थिति हुआ करती थी जिस तरह वो समस्याओं का सामना करते थे जीते थे वो फिल्मों के माध्यम से दिखाया जाता था और क्या कहानियां होती थी फिल्मों की एक से बढ़कर एक ऐसा लगता था जैसे हमारे जीवन की कहानी चल रही हो। old is gold.