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Kishan Sharma
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कुछ लम्हे जो खो गए और कुछ जो मुट्ठी में बंद हैं बस इन दोनों लम्हों के बीच में बचे हुए लम्हों में ही ज़िन्दगी के मायने होते हैं निः शब्द अद्भुत .
October Junction
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4y
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