अंधाधुन
.
Twists & turns एक गाली बन चुका था सिनेमा और टीवी पर, और फिर आई "अंधाधुन"। अभी तक twists & turns के नाम पे TV serials और Race franchise ने जो कुछ कचरा किया हुआ था, उनसब को साफ करने का काम करती है ये फ़िल्म।
इसमे शुरू से लेकर अंत तक बाँधे रखने वाला थ्रिल है और फिल्म खत्म होने के बाद भी ये थ्रिल बरकरार रहता है। मतलब आप घर वापस आएंगे तो थोड़ा "फिर क्या हुआ होगा यार" बचा के ले आएंगे। ये रोमांच बनाये रखने के लिए ही कहानी में कुछ मोड़ लाये जाते हैं। और इस फ़िल्म में ये सारे twist and turn बिल्कुल logical और reasonable हैं, जिससे आपको कहीं भी उबकाई नही आएगी ये मेरा वादा है।
फ़िल्म में अच्छे से पकी हुई पटकथा को मँझे हुए कलाकारों का साथ मिलता है। इस फ़िल्म में आयुष्मान खुराना की अदायगी को उनके अबतक के कैरियर की बेस्ट एक्टिंग कहना अतिश्योक्ति नही होगा। तब्बू अपने फिल्मी कैरियर के सेकंड हॉफ को उतने ही न्याय के साथ निभा रही हैं जैसा उन्होंने मकबूल और चाँदनी बार जैसी फिल्मों के साथ किया था। वैसे तो ये फ़िल्म मुख्य रूप से इन्ही दो किरदारों की है, पर अन्य किरदारों के लिए अच्छे कलाकारों को नजरअंदाज करना बिल्कुल वैसा ही है जैसा बिना मसालों का खाना। और इसीलिए बाकी के हर एक किरदार के लिए सबसे उपयुक्त कलाकार को चुना गया है। अब वो चाहे नई एक्ट्रेस राधिका आप्टे हों, या वेटेरन एक्टर अनिल धवन।
फिल्म का नायक खुद पियानो आर्टिस्ट है, तो फ़िल्म को गानों के मामले में तो धनी होना बनता है। बढ़िया म्यूजिक, थोड़े मजेदार लिरिक्स और अच्छे सिंगर, इसका परफेक्ट ब्लेंड है इसके soundtracks, और बीच बीच में कुछ सदाबहार पुराने गानों का सरप्राइज, वो तो दिल खुश कर देता है।
(हाँ, बस उस शैतान बच्चे को किसी से एक पैसा भी नही मिला इसका दुख है......😂😂😂)
#Andhadhun
#AayushmannKhurana
#Tabu
#Thriller
#SpineChilling