किसी भी विषय में डूब जाना वर्तमान को पीछे छोड़ देना है फिल्म का नायक गणित के आंकड़ों से बाहर नहीं आ पाता है दोस्त समाज सबसे दूर एक मतिभ्रम की दुनिया में चला जाता है कहानी हकीकत संवेदनशील पूरे समय बांध कर रखती है नायक का अभिनय अदभुत है पूरी फिल्म सटिक एवं सार्थक है