फिल्म मलंग में थ्रिलर तो था लेकिन फिल्म कहीं-कहीं पर स्लो और पुरानी कहानी सी लगी. फिल्म में कानून सिस्टम से लड़ती हुई एक प्रेम कहानी को दिखाने की कोशिश की गई. कलाकारों की बात करें तो दिशा पाटनी के पास ग्लैमर के सिवा और कुछ करने के लिए नहीं था, वही आदित्य रॉय कपूर पूरी फिल्म में छाए रहे. कहीं-कहीं पर वो तमाशा, रॉकस्टार वाले रणबीर कपूर की एक्टिंग करते हुए लगे लेकिन अपने डोल्लो से उन्होंने दिखाया कि वो एक्शन भी कर सकते हैं. अनिल कपूर ने एक पिता के दर्द को अच्छे से निभाया और अपनी पिछली फिल्मों से हटकर ये किरदार जीया. कुणाल खेमू ने परदे पर एक साइको आदमी का किरदार ठीकठाक निभाया. एली अवराम अपने किरदार से फिल्म में अपनी उपस्थिति दर्ज पाई. कहानी की बात करें तो बिलकुल कहा जा सकता है कि रियल लाइफ में ऐसी घटना घटित हो इसके चांस मुश्किल है. लेकिन प्यार में कुछ भी कर गुजरने की कहानी को गढ़ने में फिल्म की टीम ने मेहनत की है. सस्पेंस बनाए रखने की कोशिश में कुछ भी नया नहीं था.
क्यों देखे: अगर आप आदित्य रॉय कपूर, अनिल कपूर के फैन है. दिशा पाटनी का ग्लैमर और मासूमियत है और थ्रिलर मूवी पसंद करते हैं.
क्यों न देखे: अगर आपको एक्शन पसंद नहीं है.