सेवा में
ज़ी इंचार्ज ०५.02.२०१९
मैं आपका फियर फाइल सीरियल काफी समय से देख रहा हूँ, पर आजकल मैं कुछ हप्ते से देख रहा हूँ की आप यह तो दोनों दिन यानि शनिबार और रविबार को एक ही सीरियल को फिर से चला देते है या फिर रविबार को कोई और चला देते है?.
आपके फियर फाइल देखने के लिए मैं और मेरा परिवार शुक्रवार से ही हर हप्ते प्रतीक्षा करता है , पर उस समय बड़ा दुःख होता है जब आप या तो एक ही फियर फाइल शनिबार बाला रविबार को चला देते है? क्या आपके पास ऐसी कहानी की कमी है? मैं जानना चाहता हूँ/
दूसरा जो आप पहले महामृत्युंजय मंत्र का उच्चारण करते थे, वो बाला प्रारम्भ करें.
भूत प्रेत मृत आत्मा कोई अंधविस्वाश नहीं बलिक सत्य और हकीकत है. सत्य को झुठला देना भी अपने आप में घोर अनर्थ है.
हमारे धर्म ग्रन्थ श्री मद रामायण से लेकर पुराण, श्री मद भगवद, महाभारत इत्यादि में वर्णित है. श्री हनुमान चालीसा में लिखा है की भूत पिशाच निकट नहीं आबे_ क्या ऐसे ही लिखा थोड़े ही नहीं गया है? यह सच्चाई है जो आज के तथाकथित पढ़े लिखे लोग झुठालतें हैं.
इसलिए, आप ऐसी कथाये और नए नए निर्माण करें और मृत्युंजय मन्त्र का उच्चारण भी साथ में कराएं जो आज से कुछ साल पहले फियर फाइल के अंत में होता था? वो अच्छा लगता था.
मैं आशा करता हूँ की आगे के आने बाले हप्ते से दोनों दिन शनिबार और रविबार नयी नयी सच्ची कहानी दिखाएंगे/
धन्यबाद
जय सिया राम, हरे राम/