इस फ़िल्म के बनने की पूरी कहानी से अवगत हूँ..छत्तीसगढ़ी की पहली फ़िल्म होने के गौरव के साथ ही इस फ़िल्म की सफलता पर नाज है..विवादित होने के बाद भी खूब चली और टैक्स फ्री भी रही..अगर तत्कालीन मंत्री स्व.बृजलाल वर्माजी सहयोग नहीं करते तो इस फ़िल्म का बनना मुश्किल हो था..यह मेरी पहली और आखिरी फ़िल्म है जिसके रिलीज होने के अवसर पर मैं भी शरीक था ।