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Raj Mishra
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मत पूँछ हाल गरीबी के हम दर्द से मालामाल रहे गैरों की तो बात छोड़ अपनों के सितम कमाल रहे।। राज मिश्ना,अतर्जी पाली (हरदोई)
Tukana
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5y
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