अतरंगी रे
फ़िल्म में धुनष की औसत से थोड़ी ऊपर एक्टिंग के अलावे कुछ नहीं है । साधारण कहानी उससे साधारण अभिनय उससे भी साधारण एडिटिंग ।
बिहारी टोन में बोलने का प्रयास नहीं किया गया है बल्कि मजाक किया गया है ।
आंनद एल रॉय से बेहतर की उम्मीद थी ।
ए. आर. रहमान का म्यूजिक भी सुना सुनाया सा लगा ।
अरिजित सिंह की आवाज में सजी गीत "रेत जरा सी" ही फ़िल्म का सार है ।