बकवास अब पहले वाली बात नहीं रह गई। जबरदस्ती की स्टोरी दिखाई जाती है ।फालतू एक स्टोरी बहुत लंबे समय तक चलती रहती हैं ।एक त्यौहार पर स्टोरी शुरू होती है फिर दूसरा त्यौहार आ जाता है । फिर उस त्योहार पर स्टोरी शुरू हो जाती है फिर दूसरा आ जाता है ऐसा लगता है जैसे तारक मेहता त्योहारों का सीरियल रह गया है देखने तक का मन नहीं करता बस एक ही थीम पर स्टोरी चलती रहती है । नई स्टोरी तो दिखाने का मतलब ही नहीं