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एक संपूर्ण अधूरी प्रेम कथा। निश्छल व निस्वार्थ प्रेम के असल मायने समझाती , बेहतरीन लेखन की भावुकता व सौम्यता की चाशनी में डूबी हुई धर्मवीर भारती जी की एक बेजोड़ रचना जिसने सुधा और चन्दर के प्रेम को अमर कर दिया।