आज के समय में इस बुक को हर युवा को जरूर पढ़ना चाहिए युवाओं में जो सांप्रदायिकता का जहर फेक न्यूज़ के माध्यम से भरा जा रहा है और कहीं ना कहीं उनकी मानसिक सोच को खत्म किया जा रहा है !
इन नफरतों के द्वारा उन्हें मानव बम में में बदला जा रहा है जोकि बहुत खतरनाक हैऔर आज के समय में जिस तरह संप्रदायिक हादसों को दूसरे संप्रदायिक हादसों से तुलना करके जस्टिफाई किया जा रहा है और कहीं ना कहीं दबी जुबान से लोगों का उसको स्वीकार करना खतरनाक है यह किताब हमें और हमारे नजरिए को आज के समाज में फेक न्यूज़ धर्म और जातिगत हिंसा तथा फासीवादी और सांप्रदायिक विचारधारा तथा सत्ता के घिनौने खेल का पर्दाफाश करती है और हमें इसके प्रति सावधान करती है तथा लोकतंत्र और समाज के इस रूप को बताती है
और बोलने का सही मतलब हमें समझाती है..!
रवीश सर का धन्यवाद
जिन्होंने ऐसे समय में इस किताब का लेखन किया
बहुत-बहुत शुक्रिया सर