सबसे पहले मैं डॉक्टर विनीत अग्रवाल को शुभकामनाएं दूंगी उनकी लेखनी के लिए विश्वामित्र एक ऐसा नाम जिसे सुना सबने हैं पर उनके बारे मे जानते कम लोगों हैं इस पुस्तक को पढ़ने के बाद जीवन के प्रति मेरी दृष्टिकोण काफी बदल गई मुझे पूर्ण विश्वास हो गया की इंसान चाहे तो वह क्या नहीं कर सकता है मेहनत से लगन से क्या नहीं पा सकता है ये पुस्तक विश्वामित्र हमें इसी चीज की प्रेरणा देती है मैं उम्मीद करती हूं कि डॉक्टर विनीत अग्रवाल की बाकी की पुस्तक भी हमें हिंदी में पढ़ने को मिलेगी.